* पसीने में पानी पीना, छाया में बैठकर अधिक हवा खाना, छाती व सिर में दर्द पैदा करते हैं।
* भोजन के दौरान थोड़ा-थोड़ा पानी पीना, भोजन के बाद ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए।
* दिनभर बैठक का काम करने वाले व्यक्ति को प्रातः घूमना चाहिए।
* जूठा पानी पीने से टीबी, खांसी व दमा आदि बीमारियां पैदा होती हैं।
* पेट में पानी हो तो दो गोले नारियल का पानी नित्य सेवन करें।
* महिलाओं को विशेषकर अंगूर सेवन ज्यादा करना चाहिए।
* दही में बेसन मिलाकर उबटन की तरह मलें, शरीर की बदबू रफूचक्कर हो जाएगी।
* सांस फूलने पर दही की कढ़ी में देसी घी डालकर कुछ दिन खाएं।
* लू से छुटकारा पाने के लिए मिश्री के शरबत में एक कागजी नीबू निचोड़कर पीएं।
* कांच या कंकर खाने में आने पर ईसबगोल भूसी गरम दूध के साथ तीन समय सेवन करें।
* घाव न पके, इसलिए गरम मलाई (जितनी गरम सहन कर सकें) बांधें।
* भोजन के दौरान थोड़ा-थोड़ा पानी पीना, भोजन के बाद ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए।
* दिनभर बैठक का काम करने वाले व्यक्ति को प्रातः घूमना चाहिए।
* जूठा पानी पीने से टीबी, खांसी व दमा आदि बीमारियां पैदा होती हैं।
* पेट में पानी हो तो दो गोले नारियल का पानी नित्य सेवन करें।
* महिलाओं को विशेषकर अंगूर सेवन ज्यादा करना चाहिए।
* दही में बेसन मिलाकर उबटन की तरह मलें, शरीर की बदबू रफूचक्कर हो जाएगी।
* सांस फूलने पर दही की कढ़ी में देसी घी डालकर कुछ दिन खाएं।
* लू से छुटकारा पाने के लिए मिश्री के शरबत में एक कागजी नीबू निचोड़कर पीएं।
* कांच या कंकर खाने में आने पर ईसबगोल भूसी गरम दूध के साथ तीन समय सेवन करें।
* घाव न पके, इसलिए गरम मलाई (जितनी गरम सहन कर सकें) बांधें।
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